भवारना और आसपास के क्षेत्रों में आजकल दोपहिया वाहनों पर कुर्सियां, बैड, हमाम और गद्दे बेचे जा रहे हैं। सुबह के समय ये लोग अपने दोपहिया वाहन के पीछे सामान बांध लेते हैं और गांवों में बेचने के लिए निकल पड़ते हैं। कुछ लोगों ने तो बैड भी बांधे होते हैं, जिससे कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है।
संकरी सड़क और तीखे मोड़ों पर सामान से बाइक का संतुलन बिगड़ने से हर समय दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। हर वर्ष सर्दियों का मौसम शुरू होते ही बाहरी प्रदेशों से लोग यहां पहुंच जाते हैं और लगभग 4 महीने तक कुर्सियां, बैड, हमाम और अन्य वस्तुएं गांवों में जाकर बेचते हैं।
इससे एक तरफ तो आबकारी विभाग को चूना लग रहा है और दूसरी ओर टैक्स दे रहे दुकानदारों को भी व्यापार में नुक्सान हो रहा है। भवारना थाना प्रभारी गुरदेव सिंह ने कहा कि ऐसे लोगों पर विशेष नजर होगी। जो भी इस प्रकार से दोपहिया वाहनों पर सामान बेचता हुआ पाया जाएगा, उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह मामला उनके ध्यान में आया है और ऐसे लोगों पर यातायात पुलिस की भी विशेष नजर होगी, ताकि भविष्य में कोई दुर्घटना न हो।