Home बड़ी खबरेnews चिट्टे से संघर्ष काे रिज पर जुटे हजारों लाेग, CM सुक्खू ने दिलाई शपथ, नशा माफिया काे दी ये चेतावनी

चिट्टे से संघर्ष काे रिज पर जुटे हजारों लाेग, CM सुक्खू ने दिलाई शपथ, नशा माफिया काे दी ये चेतावनी

Thousands gathered on the Ridge to fight the drug menace; CM Sukhu administered the oath and issued a warning to the drug mafia.

हिमाचल प्रदेश को नशा मुक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान से राज्य स्तरीय ‘एंटी-चिट्टा वॉकथॉन’ को हरी झंडी दिखाकर एक बड़े अभियान का शंखनाद किया। इस दौरान रिज मैदान पर हजारों की संख्या में छात्र, युवा और आम नागरिक मौजूद थे, जिससे पूरा मैदान खचाखच भर गया।

कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्यमंत्री सुक्खू ने वहां मौजूद जनसैलाब को नशे के खिलाफ एकजुट होने और नशा न करने की शपथ दिलाई। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपनी ऊर्जा और क्षमता का उपयोग प्रदेश और देश के निर्माण में करें, न कि नशे में जीवन बर्बाद करें। शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री खुद इस अभियान का नेतृत्व करते हुए सैंकड़ों छात्रों और लोगों के साथ रिज मैदान से हिमाचल प्रदेश विधानसभा तक पैदल चले। इस वॉकथॉन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश से चिट्टा और अन्य नशीले पदार्थों के जाल को जड़ से खत्म करना और इसके खिलाफ जन-जागरूकता फैलाना है।

इस महत्वपूर्ण अभियान के लिए सरकार ने ‘चिट्टा छोड़ो, जीवन अपनाओ, कदम से कदम मिलाकर चिट्टा मुक्त नया हिमाचल’ का नारा दिया है। इस नारे के माध्यम से सरकार युवाओं और समाज को नशे के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दे रही है।

 

नशा माफिया को दी सख्त चेतावनी

इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने संबोधन में नशे के सौदागरों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि चिट्टा हमारे परिवारों को खोखला कर रहा है। इसे मिटाना ही होगा और इसके लिए जनता की भागीदारी सबसे जरूरी है। उन्होंने नशा माफिया को ललकारते हुए कहा कि इस काले कारोबार को छोड़ दो, नहीं तो जेल जाने के लिए तैयार हो जाओ। हमारी सरकार नशे के सौदागरों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शेगी।मुख्यमंत्री ने बताया कि यह अभियान केवल शिमला तक सीमित नहीं रहेगा। इस राज्य स्तरीय वॉकथॉन के बाद प्रदेश के सभी जिलों में इसी तरह के जागरूकता कार्यक्रम और वॉकथॉन आयोजित किए जाएंगे, ताकि यह संदेश हिमाचल के कोने-कोने तक पहुंच सके। सरकार का लक्ष्य इस सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए एक मजबूत जन आंदोलन खड़ा करना है।

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