निकटवर्ती गांव हरकृष्णपुरा स्थित पैट्रोकैमिकल फैक्टरी इंडियन एक्रिलिक्स लिमिटेड (आई.ए.एल.) एक बार फिर चर्चा में आ गई है, जहां सैकड़ों मजदूर काम करते हैं। फैक्टरी में काम करने वाले मजदूरों ने गुरुवार को एक लिखित बयान जारी कर फैक्टरी की कैंटीन में खाद्य सुरक्षा अधिनियम का उल्लंघन होने और खाने में जानलेवा चीजें परोसने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
बता दें कि कुछ समय पहले भी मजदूरों ने कैंटीन के खाने में कथित तौर पर दांत जैसी कोई वस्तु मिलने की शिकायत सामने आई थी जिस संबंध में मजदूरों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की थी और अब ताजा घटना को लेकर फैक्टरी मजदूर दल के प्रधान सुखबीर सिंह ने मीडिया को बताया कि बुधवार शाम मजदूरों को परोसे गए खाने में सब्जी की प्लेट से आधा शेविंग ब्लेड निकला।
उन्होंने कहा कि अगर यह ब्लेड भोजन के दौरान किसी मजदूर के शरीर में चला जाता तो जानलेवा हो सकता था। नेता ने बताया कि जब यूनियन के प्रतिनिधियों ने इस संबंध में फैक्टरी प्रबंधन से बात की तो उन्हें कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया। इस संबंध में सीटू और आई.ए.एल. मजदूर दल के कैंटीन कमेटी सदस्यों ने आशंका जताई कि ऐसी स्थिति में मजदूरों की जान को खतरा है।
अगर मजदूरों के साथ कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसकी जिम्मेदारी फैक्टरी प्रबंधन के मुख्य महाप्रबंधक, डी.जी.एम. (एच.आर.), कैंटीन ठेकेदार और जिला प्रशासन की होगी। मजदूर संगठन ने इस मामले में कार्रवाई के लिए डिप्टी कमिश्नर संगरूर को लिखित शिकायत दी है।
किसी मजदूर की हो सकती है साजिश : कैंटीन ठेकेदार
उधर, फैक्टरी के मुख्य महाप्रबंधक आलोक गोयल ने फोन पर कहा कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं आया है, लेकिन वे तुरंत अपने अधीनस्थों से जानकारी लेंगे। वहीं कैंटीन ठेकेदार बलविंदर सिंह ने कहा कि ब्लेड कैंटीन में आ ही नहीं सकता। यह किसी मजदूर की साजिश हो सकती है, जिसकी जांच की जाएगी।