इंदौर पुलिस को शुक्रवार को उस वक्त बड़ी सफलता मिली जब उन्होंने खूंखार हिस्ट्रीशीटर आशीष पाल को धर दबोचा। सिर्फ 35 साल की उम्र में 40 से ज्यादा संगीन अपराधों को अंजाम देने वाला यह बदमाश करवा चौथ के अवसर पर अपनी पत्नी से मिलने घर आया था तभी परदेशीपुरा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
जुर्म का लंबा रिकॉर्ड और डराने का खौफनाक तरीका
आशीष पाल (उम्र 35) एक कुख्यात अपराधी था जिसका आतंक पूरे इलाके में छाया हुआ था। उसके रिकॉर्ड में 39 चाकू से हमले और 7 जानलेवा हमले जैसे जघन्य अपराध शामिल हैं। वह सूरज और लखन जाट के गैंग का सक्रिय शूटर था। 2006 में नाबालिग रहते हुए भी वह जेल में एक गोलीकांड को अंजाम दे चुका था। हाल ही में उसने अपने गैंग के बदमाशों के साथ मिलकर एक महिला पर हमला भी करवाया था।
डराने का तरीका और आपत्तिजनक वीडियो
आशीष का अपराध करने का तरीका बेहद डरावना था। वह अपने विरोधियों और पीड़ितों को डराने के लिए खुलेआम उनके सामने पेशाब करता और गोली मारने की धमकी देता था। वहीं पुलिस को उसके मोबाइल में कई वीडियो मिले हैं। एक सनसनीखेज वीडियो में वह उस युवक को धमका रहा है जिसने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत की थी। उसने तीन बार अधिकारियों को चाकू दिखाकर डराया जिसकी वजह से उसके परिजन भी खौफ में थे और पुलिस से शिकायत करने से डरते थे। हर वारदात के बाद वह धार्मिक स्थलों में छिप जाता था। इतना ही नहीं उसने कई नाबालिगों को शराब और ड्रग्स बेचने के धंधे में भी शामिल किया था।
गैंग पर भी पुलिस का शिकंजा
पुलिस कमिश्नर के सख्त निर्देश पर हिस्ट्रीशीटर आशीष पाल के साथ उसके गैंग के चार अन्य बदमाशों – आदर्श तिवारी (25), राज वर्मा (25), राकेश रायकवार (24) और नागेश वाघ (32) – को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
आशीष की गिरफ्तारी के लिए 8 जवानों की टीम ने घेराबंदी की। भागने की कोशिश में आशीष को हाथ-पैर में चोटें भी आई हैं। पुलिस अब आशीष के साथ-साथ उसकी पूरी गैंग और उन्हें संरक्षण देने वालों की सूची भी तैयार कर रही है।