हाईटेंशन तारों की चपेट में आए 10 साल के आयुष की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह हादसा दशहरे वाले दिन गुरूबाग कॉलोनी, वीर पैलेस के पास हुआ था। हादसे में झुलसे दोनों बच्चों में से 16 वर्षीय सोनू की मौत पहले ही हो चुकी थी। आयुष का इलाज चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में चल रहा था। पुलिस के अनुसार, दोनों बच्चे लगभग 50 प्रतिशत तक झुलस गए थे।
वीरवार को इलाज के दौरान आयुष की भी मौत हो गई। जमालपुर थाना पुलिस ने शव को चंडीगढ़ से लुधियाना लाकर सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। पुलिस जांच में पता चला है कि हादसे के समय बच्चे लोहे के फूटे से खेल रहे थे। खेल-खेल में आयुष ने फूटा हाईटेंशन तारों के पास फेंक दिया, जिससे उसे तेज करंट का झटका लगा। सोनू ने जब उसे बचाने की कोशिश की, तो वह भी करंट की चपेट में आकर झुलस गया। पोस्टमार्टम शनिवार को किया जाएगा और उसके बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।