तहसीलदार पिता से मारपीट की घटना ने पूरे परिवार को झकझोर दिया है। वह तो देवता के अस्थायी शिविर में सरकारी काम करने ही गए थे। पुलिस कहां थी। एक मजिस्ट्रेट के साथ ऐसा हो सकता है तो आम आदमी को मार ही देंगे। पूरे समाज में हमारी बदनामी हुई है। हम भी देवी-देवताओं को मानते हैं। पूरी जिंदगी में ऐसा दिन नहीं देखा। पिछले तीन दिन से षड्यंत्र रचा जा रहा था। उन्हें निशाना बनाया जा रहा था। ये आरोप तहसीलदार कुल्लू की बेटी ने लगाए।
उन्होंने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि तहसीलदार हरि सिंह यादव को दशहरा के दौरान देवता के अस्थायी शिविर तक देवलुओं की ओर से घसीटने के बाद परिवार गहरे सदमे में है। देवलुओं का यह व्यवहार निंदनीय है।