पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं नगरोटा बगवां से कांग्रेस विधायक आरएस बाली ने पालमपुर में एक होटल की खरीद को लेकर उठे विवाद पर अपना रुख स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि यह सौदा पूरी तरह नियमों के अनुरूप और पारदर्शी तरीके से हुआ है। बावजूद इसके कुछ लोग बेबुनियाद और मनगढ़ंत आरोप लगाकर न केवल उनकी बल्कि पूरे परिवार की छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
सोमवार को धर्मशाला में आयोजित प्रेसवार्ता में बाली ने कहा कि वे जानते हैं कि इसके पीछे कौन-कौन से नेता और अधिकारी हैं और उन पर पैनी निगाह रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले आरोप लगाने वालों को सार्वजनिक माफी मांगने का समय दिया जाएगा अन्यथा उनके खिलाफ न्यायालय में मानहानि का मुकदमा दायर किया जाएगा।
होटल सौदे का पूरा ब्यौरा साझा करते हुए बाली ने कहा कि 6 अगस्त को एक अंग्रेजी अखबार में होटल की बिक्री/जॉइंट वेंचर का विज्ञापन प्रकाशित हुआ था। इसके बाद 24 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ। इसमें से 18 करोड़ रुपये सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से लिए गए लोन द्वारा और 6 करोड़ रुपये उनके निजी खाते से दिए गए। पूरी डील चेक और डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से की गई।
उन्होंने कहा कि होटल मालिकों ने 2013 से 2016 के बीच बैंक से लोन लिया था, जिसकी अदायगी वे नहीं कर पाए। बाद में वन टाइम सेटलमेंट (ओटीएस) स्कीम के तहत लोन निपटाया गया। यह योजना किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि आरबीआई के दिशा-निर्देशों के तहत 2022 में भाजपा की सरकार के समय 5,461 लोगों के लिए लागू की गई थी। होटल मालिकों ने 16 नवंबर 2022 को 2.20 करोड़ रुपये जमा कराए थे। 2024 में भी यह स्कीम चली, जिसमें 1,800 से अधिक लोगों ने लाभ उठाया।