जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी बीते कई दिनों से अंधेरे में डूबी हुई है और मोबाइल का नेटवर्क यहां काम नहीं कर पा रहा है। ऐसे में ग्रामीणों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर मणिकर्ण घाटी की अनदेखी कर रहे हैं। ढालपुर में पत्रकारों को जानकारी देते हुए जिला परिषद सदस्य रेखा गुलेरिया ने बताया कि वह बीते दिनों से मणिकर्ण घाटी का पैदल दौरा कर रही हैं। उन्होंने देखा कि ग्रामीण अपने पैसे खर्च कर सड़कों को खोल रहे हैं, ताकि सेब की फसल को मंडियों तक पहुंचाया जा सके, लेकिन सरकार के प्रयास धरातल पर बिल्कुल भी नजर नहीं आ रहे हैं। बरशैणी जिला परिषद वार्ड की सदस्य रेखा गुलेरिया ने कहा कि ब्लाधी गांव में भी बीते एक साल से पुल नहीं है और वह एक साल से इस मुद्दे को उठा रही हैं। ऐसे में परियोजना के सीएसआर के तहत जो काम मणिकर्ण घाटी में किए जाने थे, उसका भी कोई हिसाब नहीं दिया जा रहा है। कुल्लू के विधायक और प्रदेश की कांग्रेस सरकार मणिकर्ण घाटी की लगातार अनदेखी कर रही है और सड़कों की हालत को सुधारने की दिशा में भी कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिला प्रशासन हालांकि अपने स्तर पर काम तो कर रहा है, लेकिन सरकार की अनदेखी के चलते जो राहत कार्य होने चाहिए थे, उसमें भी देरी हो रही है। ऐसे में जिला प्रशासन को चाहिए कि वह मणिकर्ण घाटी की समस्याओं के लिए तुरंत समाधान करें, ताकि यहां लोगों को बिजली नेटवर्क और अन्य सुविधाएं मुहैया हो सके।
रेखा गुलेरिया ने कहा कि विधायक सुंदर सिंह मणिकर्ण घाटी से सौतेला व्यवहार कर रहे हैं.
Rekha Guleria said that MLA Sunder Singh is treating Manikaran Valley step-motherly.
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