परवाणू बाईपास स्थित एआरटीओ बैरियर पर एक फर्जी नंबर प्लेट के साथ चल रही निजी बस पकड़ी गई है। चालक मौके से फरार हो गया। जानकारी के अनुसार एआरटीओ की टीम ने डीडी01 एन 9435 नंबर की बस को टैक्स जांच के लिए रोका। जांच के दौरान पता चला कि इसी नंबर पर 25 जून को इसी बैरियर पर 50 हजार रुपए का चालान किया जा चुका है, जो अब तक जमा नहीं हुआ है। संदेह होने पर अधिकारियों ने बस के अन्य दस्तावेज मंगवाए तो खुलासा हुआ कि बस पर लगा नंबर फर्जी है और कागजात भी जाली पाए गए। जांच में यह भी सामने आया कि बस के इंजन पर अंकित चैसी नंबर मिटाया गया है, जबकि इंजन पर लगी प्लेट के अनुसार यह वाहन पंजाब में पंजीकृत है। बस चंडीगढ़ से स्कूल के बच्चों को लेकर कसौली जा रही थी। बच्चों को तत्काल दूसरी बस की व्यवस्था कर सुरक्षित कसौली भेज दिया गया।
जांच में सामने आया कि जिस नंबर का उपयोग किया जा रहा था, वह वास्तव में अहमदाबाद की एक बस का है। घटना के दौरान बस चालक मौके से फरार हो गया। एआरटीओ ने बस को कब्जे में लेकर थाना परवाणू को शिकायत सहित सुपुर्द कर दिया है।
वहीं अहमदाबाद में उक्त नंबर की बस के असली मालिक कार्तिक ने बताया कि उनकी बस के सभी दस्तावेज पूरे हैं और फर्जी नंबर प्लेट का उपयोग करने वालों के खिलाफ साबरमती थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई है।
एआरटीओ तुलाराम ने बताया कि इस नंबर पर पहले भी 50 हजार का चालान किया गया था और आज फिर इतनी ही राशि का चालान किया गया है, जबकि यह बस किसी अन्य क्षेत्र में चल रही पाई गई। उन्होंने कहा कि मामले की सूचना संबंधित विभागों और पुलिस को दे दी गई है तथा नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।