कई सौ करोड़ खर्च करने के बावजूद गौशाला श्मशान घाट के नजदीक केमिकल युक्त पानी बुड्ढे नाले में गिरना बंद नहीं हुआ, जिसका खुलासा संत सीचेवाल द्वारा मंगलवार को ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर किया गया, उन्होंने लाइव होकर नगर निगम अफसरों पर भड़ास निकाली और वीडियो बनाकर सीएम व गवर्नर को भी भेजी गई।
संत सीचेवाल ने कहा कि बुड्ढे नाले का जहरीला पानी सतलुज के जरिए मालवा व राजस्थान तक पहुंचकर जानलेवा बीमारियां फैला रहा है। जिसके मद्देनजर बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने के प्रोजेक्ट के तहत सीधे तौर पर पानी गिरने से रोकने के लिए एस टी पी की अपग्रेडेशन पर कई सौ करोड़ खर्च किए गए लेकिन गौशाला श्मशान घाट के नजदीक केमिकल युक्त पानी बुड्ढे नाले में गिरना बंद नहीं हुआ। हालांकि इस प्वाइंट पर उनके द्वारा अस्थाई तौर पर डिस्पोजल बनाने के बाद अब नगर निगम द्वारा नया यूनिट भी बनाया गया है लेकिन मंगलवार को फिर से इस प्वाइंट से केमिकल युक्त पानी जमालपुर एस टी पी तक जाने की बजाय सीधे तौर पर बुड्ढे नाले में गिरने का मामला सामने आया, जिसे लेकर संत सीचेवाल ने नगर निगम के साथ पी पी सी बी के अफसरों पर जमकर भड़ास निकाली कि उनकी वजह से सरकार की बदनामी हो रही है और इस हालात के लिए जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की, जो एक राज्यसभा एमपी की सुनवाई नहीं कर रहे हैं।
नगर निगम व सीवरेज बोर्ड की लापरवाही का देखने को मिल रहा है सबूत
गौशाला श्मशान घाट के नजदीक प्वाइंट पर नगर निगम व सीवरेज बोर्ड की लापरवाही का सबूत देखने को मिल रहा है क्योंकि जिस जगह पर डिस्पोजल बनाने का काम शुरू किया गया, उस जगह पर एक व्यक्ति द्वारा मिल्कियत होने का दावा करने की वजह से कोर्ट में निर्माण पर रोक लग गई, जिसे बाद संत सीचेवाल द्वारा कार सेवा के जरिए अस्थाई डिस्पोजल बनाकर पानी को एस टी पी तक पहुंचाया लेकिन सीवरेज बोर्ड द्वारा नया पंपिंग स्टेशन के बनाने के लिए नवंबर से अप्रैल तक पूरा करने के टारगेट के साथ शुरू किया गया काम अब तक अधर में लटका हुआ है।