Home बड़ी खबरेnews हिमाचल में छुट्टी पर आए CRPF जवान का हुआ निधन, डेढ़ साल की मासूम बेटी ने खोया पिता

हिमाचल में छुट्टी पर आए CRPF जवान का हुआ निधन, डेढ़ साल की मासूम बेटी ने खोया पिता

CRPF jawan on leave in Himachal Pradesh passes away, one-and-a-half-year-old daughter loses father

बिलासपुर में छुट्टी पर घर आए एक जांबाज सैनिक की जिंदगी का सफर उस समय अचानक थम गया जब ड्यूटी पर लौटने से ठीक पहले एक असहनीय पेट दर्द ने उन्हें हमेशा के लिए देश और परिवार से दूर कर दिया।

 

सदर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत हवाण के घरलेहड़ा गांव में इस खबर से गहरा शोक व्याप्त है। यहां के निवासी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में कार्यरत 45 वर्षीय जवान मुख्तयार सिंह का अचानक निधन हो गया। जम्मू के कुपवाड़ा में तैनात मुख्तयार सिंह 15 दिन की छुट्टी बिताकर रविवार को अपनी ड्यूटी पर लौटने वाले थे, लेकिन देर रात अचानक उठे पेट दर्द ने उन्हें जीवन-मृत्यु के संघर्ष में उलझा दिया।

 

दर्द ने तोड़ी जीवन की डोर:

 

अचानक तेज पेट दर्द होने पर परिजनों ने बिना समय गंवाए उन्हें घुमारवीं के एक निजी अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, हालत में सुधार न होने पर उन्हें तुरंत टांडा मेडिकल कॉलेज कांगड़ा रेफर कर दिया गया। चिकित्सकों ने जवान को बचाने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन दुखद रूप से उपचार के दौरान ही मुख्तयार सिंह ने दम तोड़ दिया।

 

कर्तव्यनिष्ठ सैनिक, भरा-पूरा परिवार:

 

कर्तव्य के प्रति हमेशा समर्पित रहने वाले मुख्तयार सिंह अपने पीछे एक भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं, जिनकी खुशियां इस अचानक आई विपदा से मातम में बदल गई हैं। परिवार में उनकी बुजुर्ग माता ज्ञानो देवी (जो स्वयं एक सेवानिवृत्त शिक्षिका हैं), पत्नी (जो शिक्षा विभाग में मुख्य शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं), और एक डेढ़ वर्ष की मासूम बेटी है।

 

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई:

 

इस वीर सपूत को उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। दिल्ली स्थित सीआरपीएफ के डीजी ऑफिस से आए जवानों की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी और भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सीआरपीएफ की ओर से शोक संतप्त परिवार को 75 हजार रुपये की तत्कालिक सहायता राशि भी प्रदान की गई। अंतिम यात्रा में क्षेत्र की कई पंचायतों के प्रतिनिधि, पूर्व विधायक और सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे। ‘भारत माता की जय’ के जयघोष के बीच जब नम आँखों से जवान की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हुई, तो वहां मौजूद हर व्यक्ति की आँखें भीग गईं।

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