बस में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अहम खबर है। दअसल, पंजाब रोडवेज पनबस-पो. आर. टी. सी. ठेका कर्मचारी यूनियन की राज्य स्तरीय बैठक में पंजाब सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों की आलोचना की गई।
बैठक में पंजाब के विभिन्न डिपो के प्रमुख प्रतिनिधियों ने भाग लिया और ठेका कर्मचारियों को पक्का करने में हो रही देरी, किलोमीटर स्कीम की बसों को लेकर लगाए जा रहे टैंडरों पर विरोध जताया। यूनियन के प्रधान रेशम सिंह गिल, महासचिव शमेशर सिंह ढिल्लों की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में कमल कुमार, बलविंदर सिंह, हरकेश विक्की, गुरप्रीत पन्नू, सतपाल सिंह सत्ता, चानणा सिंह चन्ना सहित अन्य पदाधिकारी ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि तरनतारन उप-चुनावों में सरकार विरोधी रोष प्रदर्शनों का क्रम 27 अक्तूबर से शुरू होगा। इसी क्रम में रूटीन में अलग-अलग पदाधिकारियों के नेतृत्व में यूनियन का प्रतिनिधिमंडल अपना रोष जताएगा। वक्ताओं ने कहा कि सरकार द्वारा यानियन को बातों में उलझाया जा रहा है लेकिन मांगों के पूरा नहीं किया जा रहा।
उन्होंने कहा कि पक्का करने को लेकर सरकार ने पिछले समय के दौरान कमेटी का गठन भी किया था, जिसके बाद ट्रांसपोर्ट मंत्री ने भी मांगों को जल्द पूरा करने का भरोसा दिलवाया था। कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें पक्का करने के लिए जरूरी दस्तावेज सरकार को पहले ही सौंपे जा चुके है लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारियों के अनदेखी के कारण कर्मचारियों में भारी रोष है। वक्ताओं ने कहा कि किलोमीटर स्कीम की बसों का टैंडर डालकर सरकार द्वारा प्राइवेट घरानों को लाभ पहुंचाने की नीतियां जाहिर की जा रही है। पिछली 2 बार यूनियन के विरोध में टैंडर रद्द करना पड़ चुका है लेकिन बार-बार टैंडर लगाना समझ से परे है। उन्होंने कहा कि यदि 31 को टैंडर खोला गया तो राज्य स्तरीय चक्का जाम किया जाएगा।