हिमाचल प्रदेश के गगल हवाई अड्डे से हवाई सफर करने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है। 26 अक्टूबर से एयरपोर्ट पर उतरने वाली उड़ानों के कार्यक्रम में बड़ा फेरबदल होने जा रहा है। यह बदलाव केवल समय-सारणी तक सीमित नहीं है, बल्कि विमानों की संख्या पर भी असर डालेगा।
आगामी शीतकालीन शेड्यूल के लागू होने के साथ, एक प्रमुख विमानन कंपनी अपनी उड़ानों की संख्या में कटौती करने की तैयारी में है। नतीजतन, दिल्ली और गगल के बीच सीधी हवाई कनेक्टिविटी पर इसका असर देखने को मिलेगा। वर्तमान में जहां चार से पांच उड़ानें संचालित हो रही थीं, उनकी संख्या सिमटकर लगभग तीन के करीब रह जाएगी।
यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपने यात्रा की योजना बनाते समय इस नए समय-सारणी का ध्यान रखें, क्योंकि दिल्ली और चंडीगढ़ जैसे शहरों से आने वाली उड़ानों के लैंडिंग और डिपार्चर के समय में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन होंगे।
यह परिवर्तन विमानन उद्योग के वार्षिक कैलेंडर का हिस्सा है। दरअसल, एयरलाइन कंपनियां साल में दो बार—गर्मियों और सर्दियों के मौसम के लिए—अपना शेड्यूल जारी करती हैं। आमतौर पर, गर्मी के मौसम में उड़ानों की संख्या में वृद्धि होती है, जबकि सर्दियों के शेड्यूल में अक्सर परिचालन में कमी देखने को मिलती है। यह नया ‘विंटर शेड्यूल’ ही 26 अक्टूबर से प्रभावी हो रहा है, जो गगल एयरपोर्ट की रौनक को थोड़ा कम कर सकता है।