पंजाब के रोपड़ रेंज के निलंबित डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर रिश्वतकांड में सीबीआई ने उनके अधीन कार्यरत आईपीएस अफसरों से पूछताछ शुरू कर दी है।
सीबीआई चंडीगढ़ के एंटी करप्शन ब्यूरो टीम ने रोपड़ रेंज के दो आईपीएस अधिकारियों से संपर्क कर भुल्लर के सर्विस रिकॉर्ड को लेकर सवाल-जवाब किये हैं। अधिकारिक सूत्रों ने यह पुष्ट किया है कि रोपड़ रेंज के दो एसएसपी से भुल्लर के सर्विस रिकॉर्ड के बारे में कुछ सवालों को लेकर पूछताछ हुई है। जल्द ही एक एसपी, दो डीएसपी स्तर के अधिकारियों से भी सीबीआई पूछताछ करेगी।
पंजाब सरकार के गृह विभाग द्वारा भुल्लर को निलंबित करने के बाद अब उनकी प्रॉपर्टी रिटर्न भी सामने आ गई है। भुल्लर ने पंजाब सकार के माध्यम से गृह मंत्रालय को अपनी सालाना प्रॉपर्टी रिटर्न में जो हलफनामा दिया है, उसमें यह बताया है कि वह 16 करोड़ रुपये के अचल संपत्ति के मालिक हैं। इसके अलावा उन्होंने अपनी सालाना आय करीब 27 लाख रुपये और परिवार की 11.50 लाख रुपये बताई है, जोकि कुल 38.50 लाख रुपये बताई गई है।
अब आय से अधिक संपत्ति मामले की तैयारी शुरू
सीबीआई ने निलंबित डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के नए मामले की तैयारी शुरू कर दी है। भुल्लर और बिचौलिया कृष्णू शारदा फिलहाल बुड़ैल जेल में बंद हैं। भुल्लर ने केंद्र सरकार को 1 जनवरी 2025 तक की प्रॉपर्टी रिटर्न जमा करवाई थी, जिसमें उनके परिवार की आठ संपत्तियों का विवरण सामने आया है। रिटर्न के अनुसार भुल्लर की मासिक बेसिक सैलरी 2,16,600 रुपये है, जिस पर 58 प्रतिशत डीए जोड़ने के बाद कुल वेतन लगभग 3.20 लाख रुपये प्रति माह बनता है। आयकर कटौती के बाद उनकी वार्षिक आय लगभग 27 लाख रुपये बताई गई है, जबकि अन्य स्रोतों से 11.44 लाख रुपये की वार्षिक आय दिखाई गई है। इस तरह उनकी कुल घोषित आय करीब 38.44 लाख रुपये सालाना है।
सीबीआई रिश्वतकांड के अन्य सुरागों का पता लगा रही
सीबीआई भुल्लर के अधीन कार्यरत अधिकारियों से न केवल रिश्वतकांड को लेकर सवाल कर रही है, बल्कि उनसे यह भी पूछ रही है कि सर्विस के दौरान भुल्लर ने अपने जूनियर्स को कभी किसी आपत्तिजनक फाइल या भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने को लेकर कानून के दायरे से बाहर जाकर कोईकाम करने के लिए कहा हो। इन सभी सवालों और रिश्वतखोरी के अन्य परतों के जरिए सीबीआई भुल्लर की बेनामी संपत्तियों के ट्रांजेक्शन मोड का पता लगाने में जुट गई है। अधिकारियों की मानें तो रेड के दौरान सेक्टर-40 के कोठी नंबर-1489 से जो बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं, उन्हें साबित करने के लिए सीबीआई सबूत जुटाने में लग गई है।
भुल्लर ने सरकार को रिटर्न में दिखाई अपनी यह संपत्तिया
जालंधर के कोटकलां में 6 कनाल का फार्म हाउस, कीमत लगभग 2 करोड़ रुपये। यह संपत्ति 1993 में विरासत के जरिए मिली।
चंडीगढ़ के सेक्टर-39 बी में फ्लैट, मौजूदा कीमत 1.5 करोड़ है। यह फ्लैट वर्ष 1999 में 6 लाख में खरीदा था।
लुधियाना के इयाली खुर्द गांव में 3 कनाल 18 मरले जमीन, कीमत 2.10 करोड़ है। यह जमीन वर्ष 2005 में 7.35 लाख में खरीदी गई थी।
मोहाली सेक्टर-90 में फ्लैट, खरीदी कीमत 20 लाख रुपये है। यह फ्लैट वर्ष 2005 में खरीदा गया था, इसका पोजेशन अब तक नहीं मिला है।
चंडीगढ़ सेक्टर-40 बी में 528 गज की कोठी, मौजूदा कीमत 5 करोड़ है, जोकि वर्ष 2008 में 1.32 करोड़ में खरीदा गया था।
कपूरथला के गांव खाजुराला में 5 कनाल जमीन, इसकी कीमत 60 लाख रुपये है, यह वर्ष 2014 में ट्रांसफर के जरिये लिया गया था।
लुधियाना जिले के गांव मंड शेरीयां में 15 एकड़ जमीन, जिसकी कीमत 3 करोड़ बताई है, यह जमीन भी ट्रांसफर के जरिये ली गई थी।
न्यू चंडीगढ़ में ओमैक्स डेवलपर से 1041.87 गज का प्लॉट, इसकी कीमत 1.60 करोड़ बताई है, जोकि वर्ष 2023 में खरीदा गया था।