लुधियाना में फौज से रिटायर्ड होने के बाद रियल स्टेट कारोबार करने वाले नंद लाल के घर देर रात को गैंगस्टरों की तरफ से हवाई फायर किए गए। कुछ गोलियां उनके घर की दीवारों पर भी चलाई गई। एक कारतूस वहीं गिर गया।
जाते हुए आरोपी घर के बाहर एक नोट चिपका गए। जिसमें कौशल चौधरी ग्रुप का नाम लिखा गया और पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई। गोलियां चलने की आवाज सुन आसपास के लोग डर गए और घरों से बाहर नहीं निकले। जब आरोपी फरार हो गए तो नंद लाल ने इसकी शिकायत पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस के आलाधिकारी और थाना सदर की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने आस-पास के सीसीटीवी कैमरे चेक करने शुरु कर दिए है ताकि आरोपियों का पता लगाया जा सके।
नंदलाल 2006 में सेना से सूबेदार पद से रिटायर हुए थे और अब लुधियाना में रियल एस्टेट का कारोबार करते हैं। उनके 2 बेटे हैं, जिनमें एक डॉक्टर और दूसरा बैंक मैनेजर है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घटना शनिवार रात 3 बजे की है। बदमाश बाइक पर सवार थे और लोहारा पुल की दिशा से आए थे। फायरिंग के बाद वे जीएनई कॉलेज की ओर भाग निकले। कारोबारी नंद लाल ने कहा कि घर के बाहर कैलाश चौधरी के नाम से पर्ची मिली। जिस पर पांच करोड़ लिखा था। जिसके बाद पुलिस को सूचित किया। सभी सीनियर अधिकारी आए हैं। इससे पहले कभी कोई धमकी नहीं आई थी।
नंद लाल ने कहा कि 15 गोलियों के खोल मौके से मिले हैं। एक कारतूस मिला है। नंद लाल ने कहा कि उसे कैलाश चौधरी कौन है इसके बारे में कुछ पता नहीं है। वह खुद देश की सेवा करने वाले व्यक्ति हैं। पुलिस ने उन्हें सुरक्षा का आश्वासन दिया है। नंद लाल ने बताया कि वारदात के समय वह अपने रिश्तेदार के साथ घर पर था। परिवार दीपावली के कारण राजस्थान गया हुआ है। गोलियां लगने से घर के बाहर शीशे टूटे हैं।