पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में मालेरकोटला निवासी शमशुद्दीन चौधरी ने सवाल खड़े किए हैं। चाैधरी ने पुलिस कमिश्नर शिवास कविराज को शिकायत की है। पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच शुरू कर दी है
शमशुद्दीन ने शनिवार को 16 मिनट के एक पुराने वीडियो के आधार पर अकील की मौत के पीछे साजिश होने के आरोप लगाए। यह वीडियो अकील ने 25 अगस्त, 2025 को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया था।
वीडियो में अकील ने पिता और परिवार के सदस्यों पर गंभीर और आपत्तिजनक आरोप लगाए हैं। साथ ही खुद को जान से मारने की साजिश रचे जाने का दावा किया है। शमशुद्दीन ने शिकायत में मांग की है कि पुलिस अकील की वीडियो और डायरी की जांच करे ताकि उसकी मौत के पीछे के असल कारणों का खुलासा हो सके।
कार्रवाई होती तो जिंदा होता
शमशुद्दीन चौधरी मालेरकोटला में मुस्तफा परिवार के पड़ोसी हैं और अकील को अच्छे से जानते थे। उन्होंने कहा अकील ने तीन महीने पहले वीडियो में जो बातें कही थीं अगर उन पर समय रहते कार्रवाई होती तो शायद आज वह जिंदा होता। अकील ने वीडियो में पिता मोहम्मद मुस्तफा पर आपत्तिजनक आरोप लगाए थे। अकील ने वीडियो में कहा था कि उसे जबरन रिहैब सेंटर में रखा गया। उसके माता-पिता और बहन पर उसे मारने की योजना बनाने का आरोप लगाया। अकील ने वीडियो में एक डायरी का भी जिक्र किया है।
16 अक्तूबर को हुई थी मौत
16 अक्तूबर की रात करीब 11 बजे अकील अपने एमडीसी सेक्टर-4 पंचकूला स्थित घर में बेसुध मिले। परिजन उन्हें तुरंत सेक्टर-6 नागरिक अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अगले दिन सुबह 10 बज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस अब विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पहले भी अकील और उसके पिता के बीच विवाद की शिकायतें कई बार पुलिस तक पहुंची थीं। अकील अक्सर पैसों को लेकर झगड़ा करता था जिसकी शिकायतें रिकॉर्ड में दर्ज हैं।
विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो पाएगी। शमशुद्दीन चौधरी की शिकायत प्राप्त हुई है जिस पर जांच की जा रही है। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो और अन्य सबूतों को भी जांच के दायरे में लिया गया है।