दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग को न्याय दिलाने के बजाय पीड़िता और उसकी मां का शोषण करने के आरोप में फंसे जालंधर के फिल्लौर पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर भूषण कुमार अब एक नए विवाद में घिर गए हैं। मामला दर्ज होने से पहले सब इंस्पेक्टर भूषण कुमार ने कहा कि उसको पाकिस्तान से कॉल आई थी और कॉलर ने खुद को शहजाद भट्टी बताया था। अब पाकिस्तान से डॉन शहजाद भट्टी ने कहा है कि उसने थानेदार को फोन कर धमकी नहीं दी। जिस नंबर से धमकी भरी कॉल आई है वह नंबर उसका है ही नहीं।
भूषण कुमार पर बुधवार को केस दर्ज हुआ तो उसके बाद शहजाद भट्टी की पाकिस्तान से वीडियो ऑडियो अपलोड हुई और दावा किया कि उसने सब इंस्पेक्टर भूषण कुमार को कॉल नहीं की थी। जिस नंबर को दर्शाया गया है वह उसका नंबर ही नहीं है। भट्टी ने कहा कि वह अगर किसी को पाकिस्तान से धमकी देता है तो सीधा अपने नंबर का इस्तेमाल करता है। पाकिस्तान का कनेक्शन आने के बाद केंद्रीय एजेंसियां सक्रिय हो गई है और इस केस की पूरी जानकारी हासिल कर रही हैं। सवाल है कि अगर पाकिस्तान से धमकी भरी कॉल भट्टी ने नहीं की तो किसने की?
वहीं बाल आयोग के चेयरमैन कंवरदीप सिंह का कहना है कि वह इस मामले में एक कमेटी का गठन करने जा रहे हैं। क्योंकि पुलिस ने अपने थानेदार के खिलाफ केस दर्ज करते समय काफी कमजोर धाराओं का इस्तेमाल किया है। एक बच्ची के शारीरिक अंग से सब इंस्पेक्टर भूषण कुमार ने छेड़छाड़ की है तो उसमें पोक्सो एक्ट क्यों नहीं लगाया गया? इसको लेकर एसएसपी हरविंदर विर्क से जवाब मांगा गया है।
आप नेता कीमती भगत ने कहा है कि अगर पुलिस अधिकारी भूषण कुमार के खिलाफ सख्त धाराएं नहीं लगाईं गईं तो वह एसएसप कार्यालय का घेराव करेंगे। डीएसपी एसएस बल का कहना है कि थाने के सीसीटीवी कैमरे की रिकार्डिंग सुरक्षित करवायी जा रही हैं। जिसके लिए चंडीगढ़ को लिखा गया है। सीसीटीवी फुटेज में कुछ आपत्तिजनक आता है तो पोक्सो एक्ट लगाया जाएगा