हरियाणा के एडीजीपी आईपीएस वाई पूरण कुमार के आत्महत्या के मामले में पंजाब का दलित समाज भी आगे आया है। दलित संगठनों की तरफ से भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज की अगुवाई में दिल्ली अमृतसर नेशनल हाईवे जाम किया गया।
जालंधर बाईपास के पास प्रदर्शनकारियों की तरफ से जाम लगाकर हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। साथ ही इस मामले में नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई।
प्रदर्शन के चलते कई किलोमीटर तक गाड़ियों की लाइन लग गई। करीब ढाई घंटे बाद एसडीएम जसलीन भुल्लर के आश्वासन पर प्रदर्शनकारियों ने जाम खोला।
हरियाणा के आईपीएस वाई पूरण कुमार ने कुछ दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। दलित समाज की तरफ से उनके हक में जाम का एलान एक दिन पहले ही कर दिया गया था। जालंधर बाईपास में सुबह जाम लगाया गया। पहले प्रदर्शनकारियों ने आवाजाही पूरी तरह से ठप कर दी और फिर डिप्टी कमिश्नर को बुलाने पर अड़ गए। किसी तरह से एसडीएम जसलीन कौर भुल्लर ने उन्हें समझाया और बातचीत के बाद आश्वासन दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी वहां से हटे और जाम खुलवाया गया।
जाम खुलवाने से पहले लुधियाना पुलिस की तरफ से मौके पर ही ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों के साथ जब तक बातचीत चलती रही पुलिस लोगों को अलग अलग रुट्स से उनकी मंजिल तक पहुंचने का रास्ता बताती रही। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने चक्का जाम के दौरान एम्बुलेंस, स्कूल बसों समेत दूसरी सभी इमरजेंसी सेवाओं को नहीं रोका