शहर के महिला पुलिस थाने में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 19 वर्षीय छात्र अपनी 31 वर्षीय टीचर पत्नी से छुटकारा पाने की गुहार लेकर पहुंचा। युवक का आरोप है कि टीचर ने उसके परिवार की आर्थिक स्थिति देखकर उससे शादी की, लेकिन असल मकसद केवल पैसों का फायदा उठाना था।
मामला कोर्ट तक पहुंचा और मात्र 10 दिन की प्रक्रिया में दोनों को आधिकारिक रूप से अलग कर दिया गया। यह केस ‘गोल्ड डिगर’ ट्रेंड का एक और उदाहरण बन गया, जहां रिश्तों की नींव प्यार पर नहीं, बल्कि पैसों पर रखी जाती है।
कैसे शुरू हुआ रिश्ता?
युवक ने मैथ्स की ट्यूशन के लिए एक प्राइवेट टीचर रखी थी, जो बाद में उसकी जिंदगी का हिस्सा बन गई। शुरुआत में महिला का व्यवहार बेहद स्नेही था, जिससे युवक को लगने लगा कि वह उससे प्यार करती है। महिला ने जब शादी का प्रस्ताव रखा, तो छात्र भी राज़ी हो गया। दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली।
परिवार ने जताई थी नाराजगी
युवक के परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे। उन्होंने बेटे को समझाया और महिला से दूरी बनाने को कहा। जब युवक ने भी दूरी बनानी चाही, तो महिला ने उलटा महिला थाने में शिकायत दर्ज करवा दी। जांच में सामने आया कि टीचर की पहले से दो शादियां हो चुकी थीं।
कोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
सुनवाई के दौरान महिला ने अदालत से कहा कि “मैं कहां जाऊंगी?”, लेकिन कोर्ट ने इस दलील को खारिज करते हुए तलाक की मंजूरी दे दी। यह भी सामने आया कि महिला को युवक की उम्र का पता था और यह भी मालूम था कि उसकी शादी की कानूनी उम्र अभी नहीं हुई, फिर भी लालच में यह रिश्ता बनाया गया।
‘गोल्ड डिगर’ ट्रेंड पर काउंसलरों की चिंता
महिला काउंसलिंग एक्सपर्ट प्रवीण अबरोल के अनुसार, ऐसे मामलों में सबसे पहले देखा जाता है कि “पैसा कहां खड़ा है?” हाल के वर्षों में ऐसे कई केस सामने आए हैं जहां प्यार की आड़ में पैसे की लूट को अंजाम दिया गया।