कांगड़ा जिले में सड़कों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है, लेकिन इसका सीधा असर कुछ प्रमुख मार्गों पर आवाजाही पर पड़ने वाला है। सार्वजनिक सुरक्षा और निर्माण कार्य की सुगमता को प्राथमिकता देते हुए, जिला दंडाधिकारी (DM) हेमराज बैरवा ने मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 115 के तहत अपने अधिकारों का उपयोग करते हुए कई सड़कों पर वाहनों की आवाजाही को अस्थायी रूप से प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है।
उपमंडलाधिकारी, देहरा की रिपोर्टों के आधार पर यह कदम उठाया गया है। हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग (H.P.P.W.D.) के प्रागपुर और देहरा उपमंडलों के तहत कई महत्वपूर्ण कार्य जैसे कि पुलिया, आर.सी.सी. स्लैब कलवर्ट का निर्माण, सड़कों का पक्कीकरण, और नालियों का निर्माण प्रगति पर है। इन कार्यों के दौरान दुर्घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन ने कुछ रास्तों को बंद रखने का फैसला किया है।
ये सड़कें रहेंगी अस्थायी रूप से बंद और ये हैं वैकल्पिक रास्ते:
बणी से गरली सड़क मार्ग: यह मार्ग 13 अक्टूबर 2025 से 12 नवंबर 2025 तक सभी प्रकार के यातायात के लिए पूरी तरह से बंद रहेगा।
वैकल्पिक मार्ग: स्थानीय नागरिक इस अवधि में नक्की खड्ड से गरली और सदवां से चंबा पत्तन मार्गों का उपयोग कर सकते हैं।
धलियारा – दाड़ा सीबा – संसारपुर टैरेस सड़क मार्ग: यह भी 13 अक्टूबर 2025 से 12 नवंबर 2025 तक बंद रहेगा।
वैकल्पिक मार्ग: यात्री सदवां से चंबा पत्तन मार्ग को चुन सकते हैं।
प्रागपुर से नेहरन पुखर सड़क: इस मार्ग पर प्रतिबंध की अवधि थोड़ी कम है, यह सड़क 13 अक्टूबर 2025 से 5 नवंबर 2025 तक बंद रहेगी।
वैकल्पिक मार्ग: इस दौरान लाल पुखर से बनबनयाल रोड, हर पुखर से करोल रोड, और नेहरन पुखर से सौंठ रोड का इस्तेमाल किया जा सकता है।
हर पुखर से छनौता मार्ग: यह सड़क 13 अक्टूबर 2025 से 12 नवंबर 2025 तक बंद रहेगी।
वैकल्पिक मार्ग: क्षेत्रवासियों को असुविधा से बचने के लिए भरवाईं से कालोहा (चलाली–प्रागपुर वाया लगबलियाणा), बगली पक्का भरोह से नल्सूहा वाया सुक्कड़ रोड, या अप्पर प्रागपुर से कारोल वाया दादड़ी रोड का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
जिला दंडाधिकारी ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा और असुविधा से बचने के लिए केवल सुझाए गए वैकल्पिक मार्गों का ही उपयोग करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये प्रतिबंध जनहित और निर्माण स्थल पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए आवश्यक हैं, और प्रशासन को इस महत्वपूर्ण कार्य में जनता के सहयोग की आवश्यकता है।