शाहतलाई-घुमारवीं सड़क पर भल्लू पुल के पास भारी बारिश के कारण सुबह से ही साथ लगती पहाड़ी से थोड़ी मात्रा में भूस्खलन हो रहा था। स्थानीय लोगों के मुताबिक यदि प्रशासन इस पर समय रहते संज्ञान लेता, तो यह हादसा नहीं होता। यदि प्रशासन इस सड़क को आवाजाही के लिए बंद कर देता, तो कई परिवार उजड़ने से बच जाते। इससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगना शुरू हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि इस बस पर करीब साढ़े 6 बजे पहाड़ी गिर गई, जिससे बस चालक को संभलने का मौका नहीं मिला। बस पर पहाड़ी गिरता देख शुक्रेश्वर महादेव में बैठे लोगों ने शाेर मचाया तथा मौके की ओर दौड़े। बस दबने की सूचना मिलने के बाद थाना शाहतलाई पुलिस, स्थानीय लोग और हाेमगार्ड के जवान मौके पर पहुंचे तथा रैस्क्यू ऑप्रेशन शुरू किया। बस को मलबे से बाहर निकालने के लिए जेसीबी मशीनें लगाईं, जिस कारण सवारियों को निकालने में काफी समय लगा।
फगोग गांव के 2 बच्चों सहित 4 की मौत, 2 जिंदा बचे
फगोग गांव के एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई। इसमें विपिन कुमार की पत्नी अंजना, 7 वर्षीय बेटा नक्श व 4 वर्षीय आरव तथा उसके भाई राजकुमार की पत्नी कमलेश कुमारी शामिल है। इससे गांव में मातम छा गया है, जबकि इस दुर्घटना में राज कुमार का 8 वर्षीय बेटा शौर्य व 10 वर्षीय आरुषि जिंदा बच गए।
दोनों घायलों को नागरिक अस्पताल बरठीं में प्राथमिक उपचार के बाद एम्स बिलासपुर रैफर कर दिया है। एसपी बिलासपुर संदीप धवल ने बताया कि इस दुर्घटना में अभी तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 2 बच्चे सुरक्षित निकाले गए हैं। दोनों घायलाें को एम्स रैफर किया गया है।