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टूट गया बांध! इन इलाकों में घुसा पानी, पंजाब में बारिश ने फिर बढ़ाई चिंता

The dam has broken! Water has entered these areas, and rain in Punjab has raised concerns again.

by punjab himachal darpan

पंजाब में बाढ़ के कहर के बाद कुछ दिनों की गर्मी के बाद एक बार फिर बारिश ने दस्तक दी है। पिछले 2 दिनों से राज्य के ज्यादातर इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। इससे लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन परेशानी का सबब भी बन रही है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान और ताजा हालात को देखते हुए, जलस्तर को नियंत्रण में रखने के लिए बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे कई इलाकों में पानी फिर से खेतों में घुस गया है। पट्टी के साबर गांव के पास एक बांध टूटने की भी खबरें आ रही हैं।

 

इस साल की शुरुआत में बाढ़ ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया, उसके बाद चीनी वायरस ने फसलों को लील लिया और अब बारिश ने एक बार फिर अन्नदाता को चिंता में डाल दिया है। ऐसे समय में जब फसलों की कटाई और मंडियों में बेचने का सीजन चल रहा है, बारिश बड़ी मुश्किलें खड़ी कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बारिश के कारण मुक्तसर, फिरोजपुर और फाजिल्का में कई जगहों पर फसलें बिछ गई हैं। बांधों से छोड़े गए पानी के कारण तरनतारन और होशियारपुर के खेतों में पानी घुस गया है। इसके साथ ही श्री हरगोबिंदपुर में ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से तलवाड़ा गांव के खेतों में भी पानी भर गया है।

 

दूसरी ओर, मंडियों में धान की खरीद और लिफ्टिंग की स्थिति भी चिंताजनक है। सोमवार को अनाज मंडियों में 61,553 मीट्रिक टन धान की आवक हुई। अब तक लगभग 8.24 लाख मीट्रिक टन धान मंडियों में पहुंच चुका है, जिसमें से 7.72 लाख मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है, लेकिन 4.41 लाख मीट्रिक टन धान अभी भी खुले में पड़ा है। सबसे अधिक उठान न करने वाले जिलों में तरनतारन (59287.06 मीट्रिक टन), कपूरथला (45649.72 मीट्रिक टन), अमृतसर (42579.03 मीट्रिक टन), फतेहगढ़ साहिब (41205.87 मीट्रिक टन) और जालंधर (36044.24 मीट्रिक टन) शामिल हैं। वहीं, मौसम विभाग ने आज राज्य में कई जगहों पर बारिश और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अनुमान जताया है, जिससे मंडियों में पड़े धान और खेतों में तैयार खड़ी फसल को लेकर किसान काफी चिंतित हैं।

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