पंजाब के खन्ना में इलाज के दौरान किशोर की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने हंगामा कर दिया। शहर के पीरखाना रोड पर डॉ. अमर वीर के जीवन जोत अस्पताल के डॉक्टर पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगे हैं। यहां एक इलाज के दौरान एक 17 वर्षीय किशोर की मौत हो गई।
वीरपाल व माता रीतू का कहना है कि उनका इकलौता बेटा चेतन (17) की छाती में इंफेक्शन था। वे सुबह अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने इसका इलाज शुरू किया। कुछ देर बाद ही अस्पताल में काम कर रही एक लड़की ने चेतन को इंजेक्शन लगाया। इसके पांच मिनट बाद ही उसकी हालत खराब हो गई। बाद में उसकी मौत हो गई। तब डॉक्टर ने कहा कि आप इसे लुधियाना डीएमसी ले जाएं। इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने बच्चे के शव को एक रेहड़ी में रख अस्पताल के बाहर रखकर धरना-प्रदर्शन कर डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
वहीं, अस्पताल का मैनेजमेंट देख रहे अजमेर सिंह सेठी का कहना है कि चेतन के परिवार के आरोप बेबुनियाद हैं। बच्चा 10 दिन से मेडिकल हॉल से दवाई खा रहा था। हमारे पास सोमवार सुबह ही आया। उसके दोनों गुर्दे सिकुड़ रहे थे। इसलिए उसे लुधियाना डीएमसी ले जाने को कहा था। उधर, सिटी 2 थाना के एसएचओ गुरमीत सिंह का कहना है कि हमें सूचना मिली थी कि परिवार वाले डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। बच्चे का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।