फिरोजपुर के विधानसभा हलका गुरुहरसहाए के गांव लक्खोके बहराम में नशे का सेवन करने से चार नौजवानों की मौत हो गई है। पीड़ित परिवारों ने लाशों को सड़कों पर रखकर पुलिस प्रशासन और पंजाब सरकार के खिलाफ धरना दिया। इससे यातायात भी प्रभावित हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सरेआम नशा बिक रहा है। पुलिस वाले किसी भी नशा बेचने वाले को पकड़ते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि गांव लक्खोके बहराम में 10 मेडिकल की दुकान हैं, जबकि अस्पताल एक भी नहीं है। कुछेक दुकानों पर नशीली दवाइयां भी बेची जाती है। एक व्यक्ति ने कहा कि जब नौजवान नशे का सेवन करने से मरे तो उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली। जैसे पोस्ट डाली, उन्हें कुछ नशा बेचने वालों और कुछेक मौजूदा सियासी लोगों के फोन आने लगे और धमकियां देने लगे कि इस पोस्ट को डिलीट किया जाए।
15 साल के बच्चे भी नशे के आदी
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में 15 साल के बच्चे भी नशे का सेवन कर रहे हैं। बच्चों को भी कई मेडिकल दुकान वाले नशीली दवाइयां दे देते हैं। एक ग्रामीण ने बताया कि पिछले 10 साल में इस गांव में 85 नौजवानों की नशे के सेवन करने से मौत हो चुकी है। यहां के कई नौजवान हेरोइन, स्मैक और नशीली दवाइयों का सेवन करते हैं। गांव में नौजवानों को सरेआम नशा करते देखा जा सकता है। सरेआम नशा बिक भी रहा है। लेकिन पुलिस जानते हुए भी किसी को नहीं पकड़ रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने नशा बेचने वालों के खिलाफ पूरे जिले में 1100 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जो नशा बेचते थे। आज भी ग्रामीण शिकायत करें तो वह उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे। पीड़ित परिवारों का इंसाफ के लिए लाशों को सड़क पर रखकर धरना जारी है।