नवरात्र अष्टमी के अवसर पर अवाहदेवी माता मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर परिसर में इन दिनों शत चंडी महायज्ञ पूरे विधिविधान और बंगाल की तर्ज पर आयोजित किया गया।
अष्टमी के दिन श्रद्धालु माता के चरणों में नतमस्तक हुए और परंपरागत कन्या पूजन कर धार्मिक आस्था व्यक्त की। इस अवसर पर भक्तों ने कन्याओं को भोजन करवाकर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मंदिर प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष रमेश चंद गुलेरिया ने बताया कि नवमी के दिन दोपहर एक बजे पूर्णाहुति डाली जाएगी। दशहरे के दिन सुबह 10:00 बजे सिंदूर प्रथा का आयोजन होगा। इसके उपरांत सुबह 11:00 बजे मंदिर परिसर से लघु हरिद्वार कांडापतन के लिए मूर्ति विसर्जन यात्रा निकलेगी।
उन्होंने क्षेत्र की जनता से अपील की है कि वे धार्मिक आयोजनों में सहभागी बनें और माता की कृपा का लाभ प्राप्त करें। संतोषी माता मंदिर लदरौर में सुबह 4:30 बजे से भक्त पहुंचना शुरू हुए। भक्तों ने मां का गुणगान किया और कन्या पूजन के पश्चात लंगर ग्रहण किया। मंदिर कमेटी प्रधान बलवंत सिंह ने बताया कि मंगलवार को पांच हजार श्रद्धालुओं ने संतोषी माता का आशीर्वाद प्राप्त किया।