विवेक शर्मा :-पहाड़ में रहने वाले लोगों के सामने चुनौती भी पहाड़ से कम नहीं है। भारी बरसात से गिरिपार क्षेत्र के अंतर्गत बंद पड़ी राजपुर-कुलथीना सड़क बहाल नहीं हो पाई है। ऐसे में लोगों को जहां तीन किलोमीटर का सफर पैदल तय करना पड़ रहा है, वहीं सामान और बीमार लोगों को सड़क तक पहुंचाने में भी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। रविवार को भी एक ऐसा ही मामला सामने आया, जब बीमार महिला को ग्रामीणों ने डंडे के सहारे कंधों पर सड़क तक पहुंचाया।
दरअसल, रविवार सुबह कुलथीना गांव की कौशल्या देवी (50) पत्नी बलबीर सिंह उल्टियां होने से बेसुध हो गई। स्थानीय निवासी देवानंद ठाकुर, सुनील कुमार, काहन सिंह, मोहन सिंह, रमेश कुमार, कुलदीप आदि ने महिला को तीन किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक पहुंचाया। इसके बाद उसे पांवटा अस्पताल ले जाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क कई माह से यातायात के लिए पूरी तरह से बंद है।
लोग पैदल सफर करने को मजबूर हैं। गौरतलब है कि इस गांव के लिए 2017-18 में विधायक निधि से वैकल्पिक मार्ग बनाकर सड़क सुविधा दी गई थी। इसके अलावा इसी गांव के लिए अन्य जगह से लोक निर्माण विभाग की ओर से नाबार्ड के माध्यम से 7 किलोमीटर सड़क का निर्माण किया जा रहा है। वह भी अभी अधूरा है। लिहाजा, अभी ग्रामीण वैकल्पिक मार्ग से ही आवागमन कर रहे हैं। लेकिन यह भी लबे समय से बंद पड़ा है।
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता योगेश शर्मा ने बताया कि भारी बरसात के कारण रास्ता बंद है। जल्द इसे दुरुस्त करवा दिया जाएगा। गांव को दूसरी ओर से भी सड़क सुविधा से जोड़ा जा रहा है। इसका निर्माण कार्य प्रगति पर है। एसडीएम पांवटा साहिब गुरजीत सिंह चीमा ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। एक वीडियो महिला को कंधों पर उठाकर अस्पताल ले जाते समय देखी गई है। उन्होंने कहा कि मार्ग पंचायत के अधीन है। इसकी बहाली के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं।