सरकारें जनता की भलाई के लिए बनती हैं और प्रशासन व अधिकारी सरकार की रीढ़ होते हैं। पार्टी की सरकारें होती हैं, लेकिन सरकार की कोई पार्टी नहीं होती। अधिकारियों को ईमानदारी के साथ अपने रोल को निभाना चाहिए। यह तल्ख टिप्पणी विधायक विपिन सिंह परमार ने भूमि पूजन कार्यक्रम में अधिकारियों की अनुपस्थिति पर की।
दरअसल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने शनिवार को विधानसभा क्षेत्र सुलह की रुमेहड़ पंचायत में 1.25 करोड़ रुपये से सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। इस दौरान खंड स्तर के कई अधिकारी कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे। अधिकारियों की अनुपस्थिति पर विधायक ने कड़ी नाराजगी जताई और उन्हें कड़ा संदेश दिया।
परमार ने कहा कि सरकारें जनता की भलाई के लिए काम करती हैं और अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी के बिना विकास कार्य सही ढंग से नहीं हो सकते। उन्होंने भवन निर्माण के लिए पहली किस्त 35 लाख रुपये मिल चुकी है। उन्होंने कार्य शुरू करने के लिए टेंडर शीघ्र जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में जल जीवन मिशन और अन्य विकास कार्यों में करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं। प्रशासन को इन योजनाओं में पूरी तत्परता दिखानी चाहिए।
कार्यक्रम में प्रसिद्ध कथावाचक अनिल ड़ोहरू, पंचायत प्रधान मोहिंद्र राणा, उप प्रधान सुरजीत कुमार, बीडीसी सदस्य महिंदर चौधरी, पंचायत सदस्य पूजा देवी, कश्मीर सिंह, केहर सिंह, रविंद्र पठानिया, अनुराधा, अरुणा, बंदना, जिला भाजपा अध्यक्ष रागिनी रकवाल, प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य तनु शर्मा, भाजपा मंडल अध्यक्ष हंसराज चौधरी, बलदेव सूद, अजय शर्मा, अनिल शर्मा तथा अन्य लोग मौजूद रहे।