शारदीय नवरात्र मेले के तीसरे दिन माता चिंतपूर्णी मंदिर में लगभग 13 हजार श्रद्धालु शीश नवाकर माता के आशीर्वाद लेने पहुंचे। इस दिन भक्तों की कतारें अपेक्षाकृत कम थीं, लेकिन श्रद्धालुओं का आवागमन लगातार बना रहा। उत्तर प्रदेश से पीले वस्त्र धारण किए श्रद्धालुओं की भी यहां आवाजाही देखी गई। भक्त न केवल चिंतपूर्णी, बल्कि कांगड़ा स्थित माता बज्रेश्वरी और ज्वाला जी मंदिर के दर्शन भी करते हैं। मंदिर न्यास के अधिकारी अजय मंडियाल ने बताया कि शारदीय नवरात्र मेले के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। तीसरे दिन श्रद्धालुओं की संख्या कम होने के कारण दर्शन में लंबा इंतजार नहीं करना पड़ा और भक्त कम समय में माता के दर्शन कर सके। भीड़ घटने के कारण मेला क्षेत्र शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रहा। मंदिर न्यास की ओर से अब तक चढ़ावे का आंकड़ा भी जारी किया गया है। पहले दिन श्रद्धालुओं से कुल 11,70,200 रुपये नगद चढ़ावा प्राप्त हुआ, जबकि दूसरे दिन यह राशि 10,04,900 रुपये रही। इस प्रकार केवल दो दिनों में मंदिर न्यास को कुल 21,75,100 रुपये नगद चढ़ावा प्राप्त हुआ है। अजय मंडियाल ने बताया कि नवरात्र पर्व के दौरान मंदिर 24 घंटे श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है, ताकि भक्त किसी भी समय माता के दर्शन कर सकें। प्रशासन ने सुरक्षा, पेयजल, स्वास्थ्य एवं सफाई की विशेष व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि तीसरे दिन कम भीड़ के कारण उन्हें आराम से माता रानी के दर्शन प्राप्त हुए और मेला क्षेत्र में उचित प्रबंधन देखने को मिला, जिसकी उन्होंने सराहना की
चिंतपूर्णी मंदिर में तीसरे नवरात्र पर किए 13 हजार ने दर्शन
13,000 people visited the Chintpurni temple on the third day of Navratri.
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