मनोज:- जिले के प्रसिद्ध तीन शक्तिपीठों में शरदीय नवरात्र के दूसरे दिन मंगलवार को 10,700 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। तीन जगह मंदिर प्रशासन ने पुख्ता प्रबंधों के बीच सुबह पांच बजे मंदिरों के कपाट खोल दिए गए, जहां श्रद्धालुओं ने सुविधाजनक तरीके से माता रानी के दर्शन किए।
तीनों शक्तिपीठों में प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए लाइन व्यवस्था और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए। गर्भ गृह के द्वार सुबह पूजा-आरती के बाद खोले गए और भक्तों ने जयकारों के साथ दर्शन कर पवित्र ज्योतियों का आशीर्वाद लिया। माता श्री बज्रेश्वरी मंदिर कांगड़ा में मंगलवार को लगभग 4,200, श्री नंदिकेश्वर धाम चामुंडा मंदिर में 1,500 और ज्वालामुखी शक्तिपीठ में 5,000 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। पहले नवरात्र पर बज्रेश्वरी मंदिर और ज्वालामुखी शक्तिपीठ में कुल 10,66,802 रुपये का चढ़ावा जमा हुआ।
श्री बज्रेश्वरी मंदिर के कार्यकारी अधिकारी अशोक पठानिया ने बताया कि मंगलवार को श्रद्धालुओं की संख्या में हल्की बढ़ोतरी देखी गई और सोमवार की तुलना में अधिक चहल-पहल रही। चामुंडा नंदिकेश्वर धाम में भक्तों की संख्या कम रही, लेकिन मंदिर अधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि अष्टमी और नवमी को सैलाब बढ़ने की उम्मीद है। अष्टमी को शास्त्रीय संगीत संध्या का आयोजन किया जाएगा और मां चामुंडा का पुराना सिंदूर उतारकर नया सिंदूर अर्पित किया जाएगा। इसके साथ ही 108 प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित किया जाएगा।
ज्वालामुखी शक्तिपीठ में मंगलवार को लगभग 5,000 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। मंदिर अधिकारी और तहसीलदार मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि पहले नवरात्र पर 7,52,276 रुपये नकद और 470 यूरो अर्पित हुए थे। न्यास सदस्य व पुजारी अविनेंद्र शर्मा ने बताया कि मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से सभी मुरादें पूरी होती हैं और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं।