शेयर मार्केट में निवेश करने का झांसा देकर करीब 300 लोगों के करीब 100 करोड़ से अधिक रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे पर मेट्रो मॉल के नजदीक गोल्डन स्क्वायर बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर एक दंपती इस कंपनी का संचालन कर रहा था। दंपती कार्यालय बंद करके भाग गया है।
कुछ दिनों से कंपनी का कार्यालय बंद होने पर मंगलवार को करीब सौ से अधिक लोगों ने प्रदर्शन कर पुलिस को मामले की जानकारी दी। रोष प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द धोखाधड़ी और अन्य सख्त से सख्त धाराओं के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है।
लोगों का कहना है कि यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग के साथ भी जुड़ा हुआ हो सकता है इसलिए मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002 और सेबी एक्ट 1992 के अधीन जांच की जानी चाहिए। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करके पूछताछ की जानी चाहिए। कंपनी के साथ दंपती के बैंक खाते भी तुरंत प्रभाव से फ्रीज किए जाने चाहिए। आरोपी विदेश भी भाग सकते हैं इसलिए दोनों आरोपियों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया जाना चाहिए। आरोपियों की चल अचल संपत्ति इस केस के साथ जोड़ी जाए ताकि लोगों के निवेश किए हुए पैसे की वापसी कुछ सुरक्षित हो सके।
निवेशक निर्देश कुमार चावला, अवतार सिंह, विकास, सतनाम सिंह, तरुण छाबड़ा, कर्ण, मोनू, अमरजीत सिंह, सुभाष चंद्र, अमित, सीमा शर्मा समेत अन्य लोगों ने बताया कि उक्त आरोपी रुपया निवेश करने का काम वर्ष 2019 से कर रहा था। उसकी कंपनी लोगों से 100 रुपये के स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट बनवाकर और उसे नोटरी से अटेस्ट करवा कर रुपये लेते थे। उसे रुपये को शेयर मार्केट में निवेश करके ज्यादा मुनाफा कमा कर देने का वादा भी करते थे।
उन्होंने बताया कि 300 से अधिक परिवारों ने अपनी खून पसीने की कमाई इस कंपनी के संचालकों को दे दिया। लोगों ने बताया कि अक्टूबर 2024 के बाद उन्हें कोई भी पैसा नहीं दिया गया। इससे निवेशकों में बेचैनी है। लोगों ने बताया कि एक हफ्ते से सुनील कुमार और निधि ने दफ्तर खोलना ही बंद कर दिया है।