Home बड़ी खबरेnews युवक का अपहरण कर हत्या करने के आरोपी की चौकी में मौत, परिवार ने लगाया थर्ड डिग्री का आरोप; जांच शुरू

युवक का अपहरण कर हत्या करने के आरोपी की चौकी में मौत, परिवार ने लगाया थर्ड डिग्री का आरोप; जांच शुरू

Man accused of kidnapping and murdering youth dies at police station; family alleges third-degree assault; investigation begins

by punjab himachal darpan

तरनतारन के गांव दुबली निवासी सज्जन सिंह नामक युवक का अपहरण कर हत्या करने के मामले में गिरफ्तार आरोपी जसकीरत सिंह की चौकी घरियाला में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।

 

 

 

युवक के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है और आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। हालांकि पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। इस घटना की पूरी जांच मजिस्ट्रेट के मार्गदर्शन में की जाएगी।

गांव दुबली निवासी सज्जन सिंह का 11 सितंबर की सुबह 7 बजे खेत जाते समय स्कॉर्पियो कार में सवार कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। एक आरोपी पुलिस की वर्दी में भी था। अगले दिन सज्जन सिंह का शव लगभग 42 किलोमीटर दूर नागोके घराट गांव के पास बरामद हुआ।

 

सज्जन सिंह की हत्या के मामले में सदर पट्टी थाने की पुलिस ने शुक्रवार शाम जालंधर जिले के गांव सुंनड़वाला निवासी जसकीरत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले पुलिस ने जसकीरत सिंह के चचेरे भाई दविंदर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जांच के दौरान पुलिस ने सज्जन सिंह का अपहरण कर हत्या करने वाले आरोपियों में शामिल एक पुलिस कर्मी की वर्दी बरामद कर ली थी।

 

सूत्रों की मानें तो सज्जन सिंह की हत्या अवैध संबंधों का नतीजा है। दविंदर सिंह को गिरफ्तार कर श्री गोइंदवाल साहिब की केंद्रीय जेल भेज दिया गया। जबकि जसकीरत सिंह को पुलिस चौकी घरियाला में रखा गया था। शनिवार रात को उक्त आरोपी की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिजन मौके पर पहुंच गए और आरोप लगाया कि पुलिस ने युवक को थर्ड डिग्री दिया गया। जिसके कारण यह मौत हुई है। हालांकि बाद में परिजन शांत हो गए।

 

सब-डिविजन पट्टी के डीएसपी लवकेश कुमार ने बताया कि जालंधर जिले के गांव सुंनड़वाला निवासी जसकीरत सिंह का शव कब्जे में लेकर सोमवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि युवक की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर पता चलेगा। पूरी पोस्टमार्टम प्रक्रिया मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में होगी। पूरी पोस्टमार्टम प्रक्रिया की नियमित वीडियोग्राफी भी होगी। अगर इस मामले में पुलिस विभाग की कोई लापरवाही पाई गई तो एक्शन लिया जाएगा।

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