मुख्यमंत्री जी मेरा घर खतरे में है, कोई पूछ नहीं रहा है। इसका पता चलते ही हलका महिला पटवारी आधी रात को मौके पर पहुंचीं तो सबकुछ ठीक पाया गया। यह वाकया है सुलह विधानसभा के अपर मैंझा गांव का। बुधवार को अपर मैंझा के एक व्यक्ति ने सीएम हेल्पलाइन पर कॉल की कि उसका घर खतरे में है। सीएम हेल्पलाइन पर कई गई कॉल से हरकत में आए अधिकारियों ने पालमपुर प्रशासन को घर की हालत जानने के आदेश दिए। लिहाजा, आदेश मिलते ही मैंझा हलका की महिला पटवारी रात करीब साढ़े दस बजे मैंझा में पहुंच गईं। इसका पता चलते ही पंचायत प्रधान जोवन राम और पंचायत सदस्य प्यार चंद भी मौके पर पहुंचे। जब महिला पटवारी ने मौके पर निरीक्षण किया तो मकान में डंगा न लगने से पानी की समस्या पाई गई, जबकि घर को बिल्कुल सुरक्षित पाया गया।
इस व्यक्ति ने घर में आ रहे पानी को लेकर इसकी शिकायत की थी कि उसकी अब तक किसी ने नहीं सुनी। लेकिन बड़ी बात यह है कि महिला पटवारी आधी रात को अपने घर से 17 किलोमीटर दूर से मैंझा पहुंचीं। महिला पटवारी ने रात को किसी खतरे से न डरते हुए अपनी कर्तव्यनिष्ठा को पूरी तरह निभाया अन्यथा, रात साढ़े दस बजे किसी महिला का घर से निकलने पर कुछ भी अनहोनी हो सकती है। पटवारी मीनाक्षी कटोच ने कहा कि उन्होंने रात को घर का निरीक्षण किया तो वह सुरक्षित पाया गया। इसे लेकर रात को ही अपनी रिपोर्ट नायब तहसीलदार सुलह को भेज दी गई है। नायाब तहसीलदार प्रकाश चंद ने कहा कि ऊपर से आदेश आते ही कि हलका पटवारी मौके पर गई थीं लेकिन वहां पर सब ठीक पाया गया। मामले की जांच की जा रही है।