कांगड़ा जिला के चांदड़ बमियाल होला कलेहड गांव में पैतालिस सालों के बाद दूधला से दूध निकला। इस जगह को दूधला इसलिए कहा जाता था क्योंकि पैतालिस से चालीस साल पहले यहां पर दूध निकलता था। मंदिर, मंदिर था इधर शिव भगवान का। चालीस- पचास साल के बाद फिर से यह चमत्कार हुआ।