राजधानी शिमला में लंबे समय से पानी का बिल जमा न करने वाले डिफाल्टरों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है, जिनको शिमला जल प्रबंधन निगम (एसजीपीएनएल) ने एक बार फिर नोटिस जारी किए हैं। शिमला में ऐसे 3500 डिफाल्टरों को नोटिस जारी किए गए हैं, जिन्होंने लंबे समय से पानी का बिल जमा नहीं करवाया है। इनका बिल अब काफी अधिक हो चुका है। हालांकि इनके अलावा भी शहर में हजारों ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन्होंने लंबे समय से बिजली के बिल नहीं भरे हैं। जिस कारण कंपनी का 30 करोड़ रुपए बिल अदायगी के रूप में उपभोक्ताओं के पास बकाया है। इस सूची में नामी गिरामी लोग भी शामिल हैं। इनमें ज्यादातर शहर के नामी होटल, निजी संस्थान, सरकारी महकमे और कई व्यावसायिक उपभोक्ता शामिल हैं।
शिमला जल प्रबंधन निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक वीरेंद्र सिंह ने बताया कि शिमला में 500 ऐसे उपभोक्ता हैं, जिनका एक लाख से ज्यादा का बिल है। इन लोगों को नोटिस दिए जा चुके हैं। हालांकि ये लंबित राशि काफी पुरानी है। दो नोटिस के बाद तीसरा नोटिस पानी के कनेक्शन को काटने का दिया जाएगा। दीपावली के बाद पानी के कनेक्शन काटने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
वीरेंद्र सिंह ने बताया कि बकाया बिल की सूची में घरेलू उपभोक्ताओं के अलावा गृह निर्माण, व्यवसायिक, होटल और सरकारी कार्यालयों के बिल भी बकाया हैं। इन्हें भी 15 दिन के भीतर कैश या किस्तों में बिल भुगतान करने की हिदायत दी गई है। ऐसा न करने पर इनके कनेक्शन भी काटने को कहा गया है। हालांकि नोटिस के बाद कुछ लोगों ने पोस्ट डेटेड चैक भी जमा किए हैं। उन्होंने बताया कि वह डिफॉल्टर का नाम उजागर नहीं कर सकते हैं।