बीते 9 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे धर्मपुर के कांग्रेस विधायक चंद्रशेखर ने आज अपने अनशन को स्थगित कर दिया है। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने उन्हें जूस पिलाकर उनके अनशन को स्थगित करवाया। डिप्टी सीएम ने बताया कि जिन तीन मांगों पर विधायक ने आमरण अनशन को शुरू किया था, उसमें से दो मांगों को केंद्र सरकार ने मान लिया है, जबकि तीसरी मांग भी लगभग पूरी हो ही चुकी है। जो मांगें पूरी हुई हैं, उसके अनुसार अब मंडी-जालंधर वाया धर्मपुर नेशनल हाईवे के निर्माण को लेकर एक रोड़मैप बनेगा। निर्माण कार्य को लेकर कमेटियों का गठन होगा, जिसमें प्रशासनिक अधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी शामिल रहेंगे। विधायक की तीसरी और प्रमुख मांग यहां तैनात मोर्थ के अधिकारियों को बदलने की थी। इस पर केंद्र ने प्रदेश सरकार को लिखित में कहा है कि अगर अधिकारियों को बदला जाता है तो पूरी यूनिट को ही बंद करना पड़ेगा। ऐसे में प्रदेश सरकार ने पूरी यूनिट को बंद करने संबंधी सहमति दे दी है। अब केंद्र ही इस पर आगे निर्णय लेगा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि तीनों मांगें लगभग पूरी हो चुकी हैं। विधायक ने अपने क्षेत्र और जनता के प्रति जो आंदोलन छेड़ा था, उसमें वे सफल साबित हुए हैं और प्रदेश सरकार भी लगातार इस विषय को केंद्र सरकार के समक्ष उठाती रही है।
अनशन स्थगित किया है समाप्त नहीं
विधायक चंद्रशेखर ने स्पष्ट कहा कि उन्होंने अपने आमरण अनशन को स्थगित किया है न कि समाप्त। यदि भविष्य में भी इसी तरह की कोताही बरती गई तो फिर से यह आंदोलन शुरू हो जाएगा। उन्होंने इस पूरे आंदोलन में मिले सहयोग के लिए प्रदेश सरकार, क्षेत्र की जनता और प्रदेश के कोने-कोने से आए समर्थकों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस अनशन से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला और कई चेहरों से नकाब हटा है। अपनों की सही पहचान इस दौरान हुई है और कई चेहरे बेनकाब हुए हैं। चंद्रशेखर ने कहा कि उनका क्षेत्र आपदा से जूझ रहा है और ऐसी स्थिति में वे अब जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं के समाधान के लिए काम करेंगे। उन्होंने मोर्थ के अधिकारियों को चेताया कि यहां कागज पर नहीं बल्कि धरातल पर काम करना होगा।
9 दिनों में घट गया साढ़े 5 किलो वजन
बता दें कि आमरण अनशन पर बैठे धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर का यह अनशन 9 दिनों तक चला। इस दौरान उनका वजन साढ़े 5 किलो कम हो गया। कुछ दिन पहले ही उन्हें डॉक्टरों ने ग्लूकोज लगा दिया था क्योंकि उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही थी। मंगलवार को आखिरकार उन्होंने अपने आमरण अनशन को स्थगित कर दिया।