झारखंड के बोकारो शहर में साढ़े चार साल पहले लापता हुई किरण कुमारी की गुत्थी सुलझ गई है। यह कोई गुमशुदगी का सामान्य मामला नहीं, बल्कि प्यार, धोखे और गुस्से की एक ऐसी कहानी है जिसका अंत एक भयावह वारदात से हुआ। इस पूरी कहानी के पीछे कोई और नहीं, बल्कि महिला का प्रेमी ही निकला है, जिसे पहले ही एक और हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा मिल चुकी है।
2020 की एक रहस्यमयी रात
बात 18 मार्च, 2020 की है। बोकारो के सेक्टर वन से किरण कुमारी नाम की एक महिला अचानक गायब हो गई। उसके भाई ने काफी मशक्कत के बाद तीन महीने बाद सिटी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू की, लेकिन किरण का कोई सुराग नहीं मिला। मामला उलझता देख, यह केस अपराध अनुसंधान विभाग (CID) को सौंप दिया गया। CID ने इस मामले को अपने हाथ में लिया और कहानी की परतें खुलती गईं।
प्यार का जाल, गुस्से का अंजाम
CID ने हाल ही में हजारीबाग के एक 25 वर्षीय युवक सत्येंद्र कुमार सिंह को गिरफ्तार किया। वह एक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी में काम करता था, जहां उसकी मुलाकात किरण से हुई। दोनों में प्यार हो गया। लेकिन जब सत्येंद्र को पता चला कि किरण शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं, तो रिश्ते में दरार आने लगी। किरण ने उसे भरोसा दिलाया कि वह जल्द ही अपने पति से तलाक ले लेगी और दोनों शादी कर लेंगे।
इसी भरोसे पर, मार्च 2020 में सत्येंद्र ने किरण को हजारीबाग बुलाया। दोनों ने साथ में उत्तर प्रदेश के महोबा भागने का प्लान बनाया। वे ट्रेन से जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उनके बीच तीखी बहस हो गई। गुस्से से आगबबूला सत्येंद्र ने किरण को बाथरूम के पास बुलाया और अचानक उसे चलती ट्रेन से धक्का दे दिया।