अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के खिलाफ और ज्यादा टैरिफ लगाने की योजना बनाते नजर आ रहे हैं। खबर है कि उन्होंने EU यानी यूरोपीय संघ से भी भारत और चीन पर भारी टैरिफ लगाने का अनुरोध किया है। हालांकि, इसे लेकर ईयू की तरफ से कोई फैसला नहीं लिया गया है। खास बात है कि एक दिन पहले ही ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि वह जल्द ही भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करेंगे।
रॉयटर्स की रिपोर्ट में एक अमेरिकी और एक ईयू अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि ट्रंप ने ईयू अधिकारियों से चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की अपील की है, ताकि इसके जरिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव डाला जा सके। एजेंसी को एक अधिकारी ने बताया कि ट्रंप ने ईयू से भारत पर भी ऐसे ही टैरिफ लगाने के लिए कहा है।ट्रंप ने ईयू के प्रतिबंध अधिकारी डेविड ओ सुलिवन समेत कई अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए यह अनुरोध किया है। ईयू के अधिकारी ने एजेंसी को बताया कि अमेरिका ने संकेत दिए हैं कि अगर अनुरोध मान लिया जाता है, तो अमेरिका भी इसी तरह के टैरिफ लगाना चाहता है। राजनयिक ने कहा, ‘वह कह रहे हैं कि हम ऐसा करेंगे, लेकिन हम चाहते हैं कि आप भी हमारे साथ मिलकर ऐसा ही करें।’
खास बात है कि ट्रंप खुद भी शिकायत करते रहे हैं कि यूरोप ने भी व्यापार के मामले में रूस से दूरी नहीं बनाई है। रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल यूरोपीय संघ के कुल गैस आयात में 19 प्रतिशत हिस्सेदारी रूस की थी। हालांकि, ईयू ने कहा कि वह रूसी से ऊर्जा आयात पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।भारत पर पहले ही भारी टैरिफ
ट्रंप पहले ही भारत पर 25+25 फीसदी यानी कुल 50 फीसदी टैरिफ लगा चुके हैं। साथ ही शुरुआती घोषणा में उन्होंने भारत पर रूसी तेल की खरीद को लेकर जुर्माना भी लगाया था। भारत ने साफ किया है कि रूसी तेल की खरीद को लेकर अमेरिका और ईयू उसे निशाना बना रहे हैं। चीन और भारत रूसी तेल के सबसे बड़े खरीदार हैं, लेकिन ट्रंप ने चीन पर 30 फीसदी टैरिफ लगाया है, जो भारत के मुकाबले काफी कम है।